क्या इंडिया सच में 3 टीमें खिला सकता है? Mitchell Starc और Moeen Ali के बयानों में कितना दम?

इंडिया क्रिकेट का सुपर बॉस?

हाय दोस्तों! एक ज़माना था जब ऑस्ट्रेलिया ने 15 साल तक क्रिकेट की दुनिया को यूनिवर्स बॉस की तरह रौंदा था। हर ICC इवेंट में वो दावेदार होते थे। लेकिन अब उसी ऑस्ट्रेलिया का खिलाड़ी Mitchell Starc और इंग्लैंड का Moeen Ali कह रहे हैं कि अब इंडिया क्रिकेट का सुपर बॉस बन गया है। उनका कहना है कि इंडिया में इतना टैलेंट है कि वो एक साथ 3 टीमें खिला सकता है। क्या सच में ऐसा है, या ये बस चने के झाड़ पर चढ़ाने वाली बात है? चलो, इन बयानों को आसान में समझते हैं और चेक करते हैं कि कितना दम है इसमें।

Moeen Ali का बयान – बैटिंग का जलवा!

इंग्लैंड के ऑलराउंडर Moeen Ali ने इंडिया की बैटिंग को दुनिया में सबसे ज़बरदस्त बताया। वो कहते हैं, “भाई, इंडिया जैसा बैटिंग टैलेंट कहीं नहीं है। हमारे ड्रेसिंग रूम में – मैं, आदिल रशीद, सब – यही बात करते हैं कि इंडिया के बैट्समैन कितने कमाल के हैं।” Moeen सिर्फ प्लेइंग 11 की बात नहीं कर रहे, बल्कि कहते हैं कि बेंच स्ट्रेंथ में भी गन प्लेयर हैं। “हर नया बैट्समैन जो टीम में आता है, वो टॉप क्लास होता है। उनकी टेक्निक देखकर लगता है कि वहाँ कोचिंग सिस्टम मस्त होगा।”

Moeen का कहना है कि इंडिया की बैटिंग में गहराई इतनी है कि 11 के अलावा भी 11 और बैट्समैन तैयार हैं, जो उतने ही ताकतवर हैं। आदिल रशीद ने भी पॉडकास्ट में उनकी हाँ में हाँ मिलाई। तो क्या Moeen सही कह रहे हैं?

Mitchell Starc का दावा – 3 टीमें एक साथ!

ऑस्ट्रेलिया के तेज़ गेंदबाज़ Mitchell Starc ने तो दो कदम आगे बढ़कर बात कही। वो बोले, “इंडिया दुनिया का इकलौता देश है जो एक ही दिन 3 फॉर्मेट की टीमें खिला सकता है। टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया से, ODI में इंग्लैंड से, और T20 में साउथ अफ्रीका से – अलग-अलग प्लेयर्स के साथ। और ये टीमें टक्कर देने वाली होंगी। कोई दूसरा देश ऐसा नहीं कर सकता।” Starc का मानना है कि इंडिया की बेंच स्ट्रेंथ इतनी मज़बूत है कि वो क्रिकेट का पावरहाउस बन गया है।

बैटिंग में दम – सच में है!

अगर बैटिंग की बात करें तो Moeen और Starc की बात में दम दिखता है। इंडिया का बैटिंग टैलेंट वाकई कमाल का है। इसकी शुरुआत गावस्कर से हुई, फिर सचिन तेंदुलकर ने बाज़ार खड़ा किया। सचिन को सबसे ज़्यादा क्रेडिट जाता है, क्योंकि उनकी बैटिंग ने नई जनरेशन को इंस्पायर किया। वीरेंद्र सहवाग, विराट कोहली – इन सब में सचिन की झलक दिखती है। दोनों ने कहा भी है कि सचिन को देखकर बैटिंग सीखी।

अब तो इंडिया के पास एक से एक बैटिंग जौहरी हैं। टेस्ट में अजिंक्य रहाणे, चेतेश्वर पुजारा, करुण नायर जैसे प्लेयर बाहर बैठे हैं। ODI में रोहित शर्मा, विराट कोहली ने चैंपियंस ट्रॉफी जीती। T20 में सूर्यकुमार यादव, यशस्वी जायसवाल जैसे धुरंधर हैं। ये सब अलग-अलग फॉर्मेट के प्लेयर हैं। तो बैटिंग लाइनअप के हिसाब से इंडिया 3 टीमें खिला सकता है।

स्पिन में भी गहराई!

स्पिन गेंदबाजी में भी इंडिया का जवाब नहीं। टेस्ट में रविंद्र जडेजा, तनुष कोटियान (अश्विन के रिटायर होने के बाद) हैं। ODI में कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, वरुण चक्रवर्ती ने कमाल दिखाया। T20 में रवि बिश्नोई, वॉशिंगटन सुंदर जैसे ऑप्शन हैं। 10 से ज़्यादा क्वालिटी स्पिनर हैं, जो 3 टीमों में बँट सकते हैं। स्पिन डिपार्टमेंट में तो इंडिया सच में मज़बूत है।

तेज़ गेंदबाज़ी – कमज़ोर कड़ी?

लेकिन एक जगह बात अटकती है – तेज़ गेंदबाज़ी। जसप्रीत बुमराह दुनिया के नंबर 1 फास्ट बॉलर हैं, इसमें कोई शक नहीं। मोहम्मद शमी भी चैंपियन हैं। पर इनके बाद क्या? मोहम्मद सिराज, अर्शदीप सिंह, मुकेश कुमार ठीक-ठाक हैं, पर वर्ल्ड-क्लास कहना मुश्किल है। भुवनेश्वर कुमार बाहर हैं, डोमेस्टिक में भी कोई नया सितारा नहीं उभरा।

मान लो बुमराह और शमी टेस्ट टीम में गए, तो ODI और T20 की फास्ट बॉलिंग में दम बचेगा? हाँ, एवरेज गेंदबाज़ी मिलेगी, पर चैंपियन लेवल की नहीं। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के पास इंडिया से ज़्यादा फास्ट बॉलिंग डेप्थ है। तो 3 मज़बूत टीमें खड़ी करने में तेज़ गेंदबाज़ी कमज़ोर कड़ी दिखती है।

क्या इंडिया ऑस्ट्रेलिया जैसा डोमिनेशन कर सकता है?

ऑस्ट्रेलिया ने 15 साल तक क्रिकेट को डोमिनेट किया। क्या इंडिया का ऐसा दौर आ गया? विराट कोहली ने कहा था कि ये टीम 8 साल तक वर्ल्ड क्रिकेट पर राज कर सकती है। ODI और T20 में इंडिया नंबर 1 है, टैलेंट में सबसे आगे है। लेकिन टेस्ट में अभी काम बाकी है। साउथ अफ्रीका, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड में हमने हाल-फिलहाल सीरीज़ नहीं जीती। जब तक SENA (साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया) कंट्रीज़ में सीरीज़ नहीं जीतते, ऑस्ट्रेलिया जैसा औरा नहीं बन सकता।

बयानों में कितना दम?

  • Moeen Ali: बैटिंग टैलेंट की बात सही है। इंडिया की बैट्समैनशिप और टेक्निक वर्ल्ड-क्लास है। इसमें पूरा दम है।
  • Mitchell Starc: 3 टीमें खिलाने की बात बैटिंग और स्पिन में सच लगती है, पर फास्ट बॉलिंग में कमी है। तो आधा सच, आधा बढ़ा-चढ़ाकर।

क्या ये बयान इंडिया के बड़े मार्केट को देखकर तारीफ हैं? थोड़ा-सा ऐसा भी हो सकता है, पर टैलेंट की बात में सचाई है।

आपकी राय क्या है?

तो दोस्तों, आप क्या सोचते हो? क्या इंडिया सच में 3 टीमें खिला सकता है? Moeen और Starc की बात में कितना दम लगता है? क्या हम क्रिकेट के सुपर बॉस बन गए हैं, या अभी मेहनत बाकी है? कमेंट में बताओ और इस पोस्ट को शेयर करो। इंडिया का टैलेंट तो कमाल का है, अब बस तेज़ गेंदबाज़ी में दम चाहिए!

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