शाहीन अफरीदी का मजाक बन गया! वक्त का खेल!
हाय दोस्तों! कहते हैं ना, वक्त सबको सबक सिखाता है। कभी शाहीन अफरीदी मैदान पर रोहित शर्मा, विराट कोहली, और केएल राहुल को आउट करके उनका मज़ाक उड़ाते थे। T20 वर्ल्ड कप में जिस अंदाज़ में ये बड़े बैट्समैन आउट हुए, शाहीन ने खूब ताने मारे। लेकिन अब वही शाहीन खुद मज़ाक का पात्र बन गए हैं। न्यूजीलैंड के ओपनर Tim Seifert ने उनकी गेंदों को स्टेडियम से बाहर भेजकर धज्जियाँ उड़ा दीं। सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं, “ईगल की उड़ान खत्म, अब ससुर-दामाद का कल्चर बंद करो!” चलो, इस ड्रामे को समझते हैं।
शाहीन की धुलाई – Tim Seifert का कहर!
न्यूजीलैंड के खिलाफ़ दूसरे T20 में शाहीन अफरीदी की हालत पतली हो गई। Tim Seifert ने उनके एक ओवर में 4 छक्के जड़ दिए। एक छक्का तो 119 मीटर का, सीधा स्टेडियम से बाहर! शाहीन ने शुरू में मेडन ओवर फेंका था, लगा कि शायद मैच में वापसी करा देंगे। लेकिन इसके बाद जो पिटाई हुई, वो देखकर पाकिस्तानी फैंस के होश उड़ गए। लोग बोल रहे हैं, “शाहीन अगर शुरुआत में 2 विकेट ले लेते, तो शायद हारा हुआ मैच जीत जाते।” पर ऐसा कुछ हुआ नहीं, और गेंदें मैदान के बाहर उड़ती रहीं।
ससुर-दामाद का कल्चर – फैंस का गुस्सा!

पाकिस्तानी फैंस अब भड़क गए हैं। सोशल मीडिया पर शोर मचा है कि “ससुर-दामाद” का खेल खत्म करो। शाहीन अफरीदी शाहिद अफरीदी के दामाद हैं, और शादाब खान सक्लैन मुश्ताक के। फैंस का कहना है, “ये दोनों सिर्फ़ ससुरों के दम पर टीम में टिके हैं।” एक फैन ने लिखा, “11 से ससुर-दामाद को निकालो, तभी टीम बनेगी।” दूसरा बोला, “शाहीन को ड्रॉप करो, उनका पेस खत्म हो गया, स्विंग नहीं मिलता, गेम अवेयरनेस ज़ीरो है।”
कुछ ने तो मज़ाक उड़ाया, “शाहीन दुनिया के इकलौते बेटे हैं, जिनकी गलतियों की सजा ससुर को मिलती है!” यानी शाहिद अफरीदी पर भी तंज कसे जा रहे हैं। मीम्स की बाढ़ आ गई है – “शाहीन कभी बुमराह के साथ तुलना में थे, अब डिंडा अकेडमी में पक्के हुए हैं।”
शाहीन का बुरा वक्त – क्या वजह?
एक वक्त था जब शाहीन को “ईगल” कहा जाता था। लोग उन्हें अगला वसीम अकरम मानते थे। जसप्रीत बुमराह से तुलना होती थी। लेकिन अब हालत ये है कि उनकी गेंदबाजी फ्लैट हो गई है। फैंस और एक्सपर्ट्स कह रहे हैं:
- पेस कम: पहले की तेज़ी गायब है।
- स्विंग नहीं: गेंद हिलती ही नहीं।
- डिसिप्लिन ज़ीरो: एक ही लेंथ पर गेंद डालते हैं। अगर स्विंग मिला तो विकेट, वरना गेंद मैदान से बाहर।
Tim Seifert ने उनकी कमज़ोरी को बेनकाब कर दिया। एक्सपर्ट्स बोलते हैं, “शाहीन की गेंद तेज़ी से बल्ले पर आती है, और उतनी ही तेज़ी से छक्के में जाती है।”
अहंकार या मेहनत की कमी?
क्या शाहीन के साथ घमंड सिर चढ़ गया? एक रिपोर्ट में कहा गया कि वो सीनियर प्लेयर्स से उलझते हैं। कप्तानी छीने जाने का गुस्सा भी उन पर हावी है। एक वीडियो में शान मसूद को कंधे से धक्का देने का मामला भी सामने आया था। फैंस कहते हैं, “ईगो की वजह से मेहनत कम कर दी, अनुशासन ढीला पड़ गया।” कुछ का मानना है कि कप्तानी मिलने और छिनने का असर उनके खेल पर पड़ा।
पहले मज़ाक उड़ाया, अब खुद मज़ाक बने!
शाहीन ने कभी रोहित-विराट का मज़ाक उड़ाया था। पाकिस्तानी फैंस को खुश करने के लिए बड़े-बड़े बैट्समैन को ताने मारे। लेकिन अब वही शाहीन इंडिया और पाकिस्तान, दोनों जगह मज़ाक का पात्र बन गए। सोशल मीडिया पर मीम्स चल रहे हैं – “पाकिस्तानियों के मुताबिक़ शाहीन क्रिकेट हिस्ट्री के बेस्ट पेसर हैं!” लोग तंज कस रहे हैं कि जो “ईगल” उड़ता था, वो अब ज़मीन पर आ गया।
क्या शाहीन को ड्रॉप करना चाहिए?
फैंस का गुस्सा साफ़ है। वो कहते हैं, “शाहीन का वक्त बीत गया, नए बॉलर्स को मौका दो।” शादाब खान पर भी सवाल उठ रहे हैं। लोग मानते हैं कि ससुर-दामाद का प्रभाव खत्म करना होगा, वरना टीम का बेड़ा गर्क होगा। सवाल ये है – क्या शाहीन इस बुरे दौर से निकल पाएंगे? या उनका करियर अब ढलान पर है?
आपकी राय क्या है?
तो दोस्तों, आप क्या सोचते हो? शाहीन अफरीदी का ये हाल अहंकार की वजह से हुआ, मेहनत की कमी से, या ससुर-दामाद कल्चर से? क्या उन्हें टीम से बाहर करना चाहिए? क्या वो वापसी कर पाएंगे? कमेंट में अपनी बात बताओ और इस पोस्ट को शेयर करो। शाहीन का “ईगल” अब उड़ता है या नहीं, ये तो वक्त ही बताएगा!