नियमों का खेल या टीम की गलती?
हाय दोस्तों! IPL 2025 की शुरुआत से पहले राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन ने IPL के रिटेंशन नियमों पर सवाल उठाकर सबको चौंका दिया। उनका कहना है कि इस पॉलिसी की वजह से उनकी टीम को बड़ा नुकसान हुआ, क्योंकि जोस बटलर जैसे स्टार प्लेयर को बाहर करना पड़ा। संजू बोलते हैं कि अगर उनकी चलती, तो वो इस नियम को बदल देते। लेकिन सवाल ये है – क्या जिन छह खिलाड़ियों को रिटेन किया, वो जोस बटलर से ज़्यादा अहम हैं? चलो, इस मसले को समझते हैं।
राजस्थान ने किसे रिटेन किया?
सबसे पहले देखते हैं कि राजस्थान रॉयल्स ने किन-किन को रिटेन किया:
- संजू सैमसन (18 करोड़) – कप्तान हैं, इनका रहना तो बनता है।
- यशस्वी जायसवाल (18 करोड़) – बड़ा बैट्समैन, शानदार फॉर्म में।
- रियान पराग (14 करोड़) – पिछले सीज़न में धमाल मचाया।
- ध्रुव जुरेल (14 करोड़) – नया टैलेंट, ठीक-ठाक खेल दिखाया।
- शिमरन हेटमायर (11 करोड़) – वेस्टइंडीज़ का फिनिशर।
- संदीप शर्मा (4 करोड़) – तेज़ गेंदबाज़, बढ़िया सीज़न रहा।
इन छह खिलाड़ियों को रिटेन किया गया, लेकिन जोस बटलर का नाम लिस्ट से गायब है। बटलर को गुजरात टाइटंस ने 15.75 करोड़ में खरीद लिया।
जोस बटलर का जलवा!
जोस बटलर को कौन नहीं जानता? राजस्थान के लिए वो पिछले कुछ सीज़न से सबसे बड़ा मैच-विनर रहे हैं। कई बार अकेले दम पर मैच जिताए। 2022 में तो ऑरेंज कैप जीती, 863 रन ठोके, जिसमें 4 सेंचुरी थीं। 2018 से 2024 तक वो टीम का हिस्सा रहे और 3055 रन बनाए। फिर भी उन्हें रिटेन क्यों नहीं किया? ये सवाल हर क्रिकेट फैन के दिमाग में है।
संजू का दर्द – बटलर को खोना!
संजू सैमसन ने जोस बटलर के बारे में कहा, “IPL ना सिर्फ हाई-लेवल क्रिकेट और कप्तानी का मौका देता है, बल्कि दोस्ती भी बनाता है। जोस बटलर मेरे बहुत करीब रहे। हमने 7 साल साथ खेले, ढेर सारी पार्टनरशिप कीं। वो मेरे लिए बड़े भाई की तरह थे। जब भी कोई शक होता, मैं उनसे बात करता। मेरी कप्तानी में वो वाइस-कैप्टन थे, मुझे बेहतर लीडर बनाया। लेकिन रिटेंशन नियमों की वजह से ये कनेक्शन टूट गया। मैं इस नियम को बदलना चाहता हूँ, क्योंकि बटलर सिर्फ खिलाड़ी नहीं, हमारे परिवार का हिस्सा थे।”
संजू का दर्द समझ आता है। बटलर को खोना उनके लिए पर्सनल और प्रोफेशनल दोनों नुकसान है।
क्या रिटेन प्लेयर्स बटलर से बेहतर हैं?

अब सवाल ये है – क्या ये छह खिलाड़ी जोस बटलर से ज़्यादा अहमियत रखते हैं? चलो एक-एक करके देखते हैं:
- संजू सैमसन: कप्तान हैं, 2024 में 531 रन बनाए। इनका रिटेन होना लाज़मी है।
- यशस्वी जायसवाल: पिछले 3 साल में 1318 रन, स्ट्राइक रेट 150 से ऊपर। इनका भी बनता है।
- रियान पराग: पिछले सीज़न में 573 रन, इंडिया कैप भी मिला। ठीक है, ये भी समझ आता है।
- ध्रुव जुरेल: 347 रन, स्ट्राइक रेट 151। नया टैलेंट है, लेकिन क्या बटलर से बड़ा? शक है।
- शिमरन हेटमायर: बड़े हिट्स लगाते हैं, पर बटलर का आधा भी नहीं। 11 करोड़ में रिटेन, पर बटलर कहीं बेहतर ऑप्शन थे।
- संदीप शर्मा: 13 विकेट पिछले सीज़न में। गेंदबाज़ हैं, बटलर से तुलना नहीं बनती।
संजू, यशस्वी, और रियान का रिटेंशन ठीक लगता है। लेकिन ध्रुव जुरेल और शिमरन हेटमायर की जगह जोस बटलर को क्यों नहीं रखा? ये समझ से बाहर है।
जोस बटलर को क्यों छोड़ा?
क्रिकेट एक्सपर्ट्स हैरान हैं। बटलर जैसे प्लेयर को छोड़ना बड़ी गलती लगती है। हेटमायर बड़े शॉट्स खेलते हैं, पर बटलर की कंसिस्टेंसी और मैच जिताने की काबिलियत के आगे फीके पड़ते हैं। ध्रुव जुरेल में पोटेंशियल है, लेकिन अभी वो बटलर के लेवल तक नहीं पहुँचे। अगर राजस्थान को हेटमायर चाहिए थे, तो ऑक्शन में 5-6 करोड़ में मिल जाते। बटलर को 15.75 करोड़ में गुजरात ने लिया, पर राजस्थान के पास RTM (राइट टू मैच) का ऑप्शन था। फिर भी वो पीछे हट गए।
संजू का तर्क – नियमों का बहाना?
संजू कहते हैं कि रिटेंशन पॉलिसी की वजह से बटलर को खोना पड़ा। IPL में हर फ्रेंचाइज़ी ज़्यादा से ज़्यादा 6 खिलाड़ी रिटेन कर सकती है। लेकिन सवाल ये है – क्या राजस्थान ने सही प्लेयर्स चुने? बटलर को रिटेन ना करना उनकी अपनी चॉइस थी। अगर वो परिवार का हिस्सा थे, तो ध्रुव या हेटमायर की जगह बटलर को रखना चाहिए था। नियमों को बहाना बनाना ठीक नहीं लगता। क्रिकेट सेंस में भी बटलर बड़े मैच-विनर हैं।
आपकी राय क्या है?
तो दोस्तों, आप क्या सोचते हो? क्या संजू सैमसन का रिटेंशन पॉलिसी पर सवाल उठाना सही है, या ये उनकी अपनी गलती का बहाना है? क्या जोस बटलर को रिटेन करना चाहिए था? ध्रुव जुरेल और शिमरन हेटमायर क्या बटलर से बेहतर ऑप्शन हैं? कमेंट में अपनी बात बताओ और इस पोस्ट को शेयर करो। राजस्थान की ये चूक IPL 2025 में भारी पड़ सकती है।